Benefits of heena leaves: जानिए मेंहदी के पत्तों के 5 फायदों के बारे में
Benefits of heena leaves मेंहदी के पत्तों के फायदों: अक्सर शादी ब्याह में दूल्हन के हाथ में रचने वाली मेंहदी हर किसी को भाती है। क्या आप जानते है कि इस मेंहदी का उपयोग केवल हाथों पर लगाने के लिए ही नहीं बल्कि एक औषणी के तौर पर भी किया जाता है। आयुर्वेद (Ayurved) की नज़र से देखें, तो मेहंदी एक ऐसी जड़ी बूटी है, जो शरीर को कई प्रकार से छोटी छोटी शारीरिक समस्याओं (Physical problems)से बचाने का काम करती है। इस पौधे की पत्ती से लेकर फूल तक। हर चीज़ का भरपूर इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं, मेंहदी की पत्तियों के फायदे (benefits of heena leaves) । मेंहदी के पत्तों के फायदों
Benefits of heena leaves एक्सपर्टस की क्या है राय मेंहदी के पत्तों के फायदों
मेंहदी की पत्तियों की गुडनेस के बारे में प्राकृतिक चिकित्सक अनिल बंसल बहुत से नुस्खे बता रहे है। उनके मुताबिक अगर आपके पैरों में चप्पल पहनने से किसी तरह के छाले बन गए है या कोई फंगल इंफे्क्शन (fungal infection) हुआ है, तो हिना लीव्स पाउडर (Heena leaves powder) को नारियल के तेल में मिलाकर प्रभावित जगह पर लगाएं। इसके अलावा बालों के लिए मेंहदी लीव्स प्राकृतिक कंडीशनर (natural conditioner) का भी काम करती हैं। benefits of heena leaves
चित्र शटरस्टॉक।
घुटनों के दर्द से राहत मेंहदी के पत्तों के फायदों benefits of heena leaves
आज के समय में घुटनों में दर्द होना एक आम समस्या है। इसके लिए मेंहदी और अरंडी के पत्तों को एक बाउल में लें और उनका एक पेस्ट बना लें। इस बात का ध्यान रखें कि उनकी मात्रा एक बराबर होनी चाहिए। इससे दोनों के गुणों का लाभ जल्दी पहुंचता है। इस मिश्रण को घुटनों पर सर्कुलर मोशन में लगाएं और उसके बाद घुटनों काे ढ़क लें। इससे जल्द फायदा पहुंचता है। अगर संभव हो, तो आप धूप में बैठकर भी लेप को अप्लाई कर सकते हैं। benefits of heena leaves
मुँह के छाले करे दूर मेंहदी के पत्तों के फायदों benefits of heena leaves
इसके लिए एक कटोरी मेंहदी के पत्तों को आधा गिलास पानी में भीगने के लिए रख दे। अब एक घंटे बाद उसी पानी से कुल्ला करें या गार्गल करें आप दो से तीन दिन में पांऐगे कि आप इस समस्या से बाहर आ रहे हैं। इसके अलावा मेंहदी के पत्तों का पेस्ट भी आप छालों पर लगा सकते हैं। मेंहदी के पानी से कुल्ला करने से माउथ बैक्टीरिया अपने आप समाप्त हो जाता है। benefits of heena leaves
नकसीर में फायदेमंद
शरीर में कई बार ज्यादा गर्मी होने से नकसीर फूटने का भय रहता है। ये समस्या गर्मी और सर्दी दोनों में हो सकती है। इसके लिए मेंहदी पत्तियों, मुल्तानी मिट्टी, जौ का आटा और धनिया को बराबर पीस कर लेप बना लें। इस लेप को नाक पर लगाकर उपर से मलमल का कपडा भिगोकर रखें। इससे नकसीर के रोगी को विषेश लाभ मिलता है। benefits of heena leaves
खांसी से राहत
इसके लिए 20 ग्राम मेंहदी की पत्तियों के रस को 10 ग्राम हल्दी और 5 ग्राम गुड के साथ मिलाकर चाटने से कफ पतला होता है और अपने आप निकल जाता है। इस मिश्रण से पुरानी खांसी भी ठीक हो जाती है। benefits of heena leaves
शरीर को ठंडक पहुंचाएं
अधिकतर गर्मी के मौसम में चलने वाली लू हमें कई प्रकार से शरीर को प्रभावित करती है। कई बार उल्टी और दस्त के अलावा कुछ खाने का मन नहीं करता है। ऐसे में आर्युवेद में खास स्थान रखने वाली मेंहदी को उत्तम माना गया है। मेंहदी शरीर के सभी हिस्सों को ठंडक पहुंचाती है। इसके लिए मेंहदी की पत्तियों के लेप को पैरों के तलवों पर लगाएं। इससे शरीर को राहत प्राप्त होती है।
एंटीफंगल तत्व
एंटी फंगल गुणों से परिपूर्ण हिना की पत्तियां शरीर को हर प्रकार की एलर्जी और फंगल इंफेक्शन से दूर रखने का काम करती है। हरे रंग की मामूली सी दिखने वाली पत्तियों को अगर खुजली और दाद की समस्या पनप रही है, तो उस पर ज़रूर लगाएं। मेंहदी की पत्तियों को पीस लें और उसी तरह उसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इससे आपकी समस्या तुरंत ठीक हो जाएगी। मेंहदी के पत्तों के फायदों
जलन
ज्यादातर रसोई में काम करने के दौरान चोट या कटने का डर रहता है। ऐसे में कटी हुई जगह या सूजन वाली जगह पर लगातार जलन होती रहती है। इस समस्या के समाधान के लिए हिना लीव्स को पीसकर लेप तैयार करें और उस जगह पर लगा दे। इसे लगाने से राहत मिलती है। benefits of heena leaves
सिर दर्द से राहत दिलाएं
सिरदर्द को अधिकतर लोग हल्के में लेने लगते है। वे न तो कोई उपचार करवाते हैं और न ही उसकी असली वजह को खोजने का प्रयास करते हैं। ऐसे में मेंहदी की पत्तियों को धोकर उन्हें पीस लें और उसमें थोड़ा सा पानी मिला ले। उस गाढ़े लेप को माथे पर लगा दें। इससे आपके सिर दर्द की समस्या अपने आप हल हो जाएगी। माइग्रेन जैसी गंभीर बीमारी भी इससे दूर हो जाती है। मेंहदी के पत्तों के फायदों